Mars: हमारे सौर मंडल का रहस्यमय लाल ग्रह
Mars, जिसे लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है, पृथ्वी का पड़ोसी ग्रह है और हमारे सौर मंडल का चौथा ग्रह है। यह पृथ्वी के करीब स्थित होने के कारण कई अंतरिक्ष मिशनों का केंद्र बना है। इसका रंग, जो कि लाल है, मुख्यतः इसमें मौजूद ऑक्साइड के कारण होता है, जो इसे एक अद्वितीय और आकर्षक दृश्य प्रदान करता है।
Mars की सतह और जलवायु
Mars की सतह बेहद विविधतापूर्ण है। यहाँ पर विशाल ज्वालामुखी, गहरी घाटियाँ, और विस्तृत मैदानी क्षेत्र हैं। ओलंपस मोंस, जो सौर मंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है, इसकी ऊँचाई लगभग 22 किलोमीटर है, जो माउंट एवरेस्ट से तीन गुना अधिक है। इसके अलावा, वेल्स मारिनरिस, जो लगभग 4,000 किलोमीटर लंबी और 7 किलोमीटर गहरी है, पृथ्वी की ग्रैंड कैन्यन से भी बड़ी है।
Mars की जलवायु भी अत्यधिक चुनौतीपूर्ण है। यहाँ का औसत तापमान -80 डिग्री फारेनहाइट (-62 डिग्री सेल्सियस) होता है, लेकिन यह दिन और रात के अनुसार बहुत भिन्न हो सकता है। हालांकि, हाल के अध्ययनों से यह पता चला है कि मार्स पर बर्फ की परतें हैं, जो पानी के अस्तित्व के संकेत देती हैं।

पानी और जीवन की खोज
Mars पर पानी की खोज मानवता के लिए महत्वपूर्ण है। वैज्ञानिकों ने यह पाया है कि वहाँ कभी विशाल समुद्र और नदियाँ रही होंगी। नासा के कई मिशनों, जैसे कि Mars एकस्प्रेस और क्यूरियोसिटी रोवर, ने Mars की सतह पर जल के संकेत पाए हैं। हाल ही में, पर्सेवरेंस रोवर ने भी Mars की सतह से मिट्टी के नमूने लिए हैं, जो जीवन के लिए संभावित रूप से अनुकूल हो सकते हैं।
अंतरिक्ष मिशन और अनुसंधान
Mars पर अनुसंधान के लिए कई प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसियाँ सक्रिय हैं। नासा के अलावा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA), चीन की राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (CNSA), और भारत का भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) भी मार्स पर अपने-अपने मिशन का संचालन कर रहे हैं। इन मिशनों के माध्यम से वैज्ञानिक न केवल मार्स के वातावरण, बल्कि इसके भूगर्भीय संरचना और संभावित जीवन की खोज कर रहे हैं।
2021 में, नासा का पर्सेवरेंस रोवर, जो मार्स की सतह पर उतरा, ने न केवल मार्स की सतह का अध्ययन किया, बल्कि यहाँ पर सूक्ष्म जीवों के अस्तित्व की संभावनाओं की खोज भी की। इसका मुख्य उद्देश्य मार्स पर जीवन के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करना और वहाँ से नमूने एकत्र करना है।
मानव मिशन की संभावना
Mars पर मानव मिशन का विचार अब पहले से कहीं अधिक वास्तविकता की ओर बढ़ रहा है। नासा ने “आर्टेमिस प्रोग्राम” की योजना बनाई है, जो चाँद पर मानव मिशन के बाद मार्स पर जाने की तैयारी करेगा। इसके अलावा, स्पेसएक्स जैसी निजी कंपनियाँ भी मार्स पर मानव बस्तियाँ स्थापित करने की योजना बना रही हैं। यह मिशन कई तकनीकी और स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करेगा, जैसे कि अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने की क्षमता, और ग्रहीय वातावरण से सुरक्षा।

Mars के चाँद: फोबोस और डिमोस
Mars के दो प्राकृतिक उपग्रह हैं: फोबोस और डिमोस। फोबोस, जो मार्स के सबसे करीब है, आकार में छोटा है और इसका व्यास लगभग 22 किलोमीटर है। जबकि डिमोस का आकार और भी छोटा है, इसका व्यास लगभग 12 किलोमीटर है। ये दोनों उपग्रह असामान्य आकार के हैं और संभावित रूप से एस्ट्रॉइड से उत्पन्न हुए हो सकते हैं। फोबोस धीरे-धीरे मार्स के निकट आ रहा है और अनुमान है कि आने वाले कुछ लाख वर्षों में यह ग्रह के साथ टकरा सकता है।

Mars और एलन मस्क: लाल ग्रह की खोज में एक नया दृष्टिकोण
एलन मस्क, स्पेसएक्स के CEO और तकनीकी उद्योग के एक प्रमुख उद्यमी, ने मार्स की खोज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके दृष्टिकोण और योजनाएँ केवल विज्ञान-fiction के लिए नहीं, बल्कि वास्तव में मानवता के भविष्य को आकार देने के लिए एक वास्तविकता के रूप में देखी जा रही हैं। आइए जानें कि कैसे एलन मस्क और उनकी कंपनियाँ मार्स की खोज को आगे बढ़ा रही हैं।
स्पेसएक्स और मार्स की यात्रा
एलन मस्क ने 2002 में स्पेसएक्स की स्थापना की थी, जिसका लक्ष्य अंतरिक्ष यात्रा को सस्ती और सुलभ बनाना है। उनका दीर्घकालिक सपना है कि मानवता को एक बहु-ग्रहीय प्रजाति बनाना है, जिसमें मार्स एक प्रमुख गंतव्य है। मस्क का मानना है कि एक दिन मानवों को मार्स पर भेजा जा सकेगा, जहां वे एक स्थायी बस्ती स्थापित कर सकेंगे।
Elon Musk has set an ambitious goal for SpaceX to begin sending uncrewed Starships to Mars by 2026, with crewed missions potentially following in 2028.
— Earth (@earthcurated) October 30, 2024
Do you think it’ll happen ? pic.twitter.com/TLv9mVMjnZ